Under the chairmanship of District Magistrate Smt. Ranjana Rajguru, a review meeting of the Women’s Empowerment and Child Development Department was held in the Collectorate Auditorium

रूद्रपुर 24 अगस्त,2021- जिलाधिकारी श्रीमती रंजना राजगुरू की अध्यक्षता में कलक्टेªट सभागार में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। जिसमे संचालित आंगनबाडी केन्द्र, आंगनबाड़ी भवनों, पंजीकृत लाभार्थियों की संख्या, कुपोषित एवं अतिकुपोषित बच्चों, नन्दा गौरा कन्या योजना, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना, मेडिसिन, स्वच्छता, सेनेटरी नेपकीन किट के वितरण, राष्ट्रीय पोषण मिशन, प्रधानमंत्री मात्र वन्दना योजना, तीलू रौतेली पुरस्कार, बेटी बचाव-बेटी बढाओ, महिला शक्तिकरण केन्द्र एवं वन स्टाॅप सेन्टर से सम्बन्धित कार्यो की सम्बन्धित अधिकारियों से गहनता से किये जा रहे कार्यो की प्रगति की जानकारी लेते हुये जिलाधिकारी ने दिये आवश्यक दिशा-निर्देश। उन्होने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिये कि कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों पर विशेष ध्यान दे व मुख्य शिक्षा अधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुये उन बच्चों की सूची उपलब्ध कराये जो बच्चें अभी तक सामान्य स्थिति में नही आ पाये है। उन्होने कहा कि लिंग अनुपात कतिपय जगहो पर कम पाया जा रहा है इसका क्या कारण है सम्बन्धित अधिकारी इस पर विशेष निगरानी रखे। उन्होने सम्बन्धित अधिकारी को निर्देश दिये कि जिन स्थानों पर आंगनबाडी भवन निर्माण का कार्य चल रहा है उनका अपने-अपने क्षेत्र में निरीक्षण करें ताकि गुणवत्ता व पारदर्शिता बनी रहे। उन्होने कहा आंनबाड़ी केन्द्रों में अधिक से अधिक बच्चों का रजिस्टेशन ताकि उन्हे सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं से लाभान्वित किया जा सकंे। उन्होने कहा कि योजनाओं का प्रचार-प्रसार शोसल मीडिया, प्रिन्ट मीडिया आदि के माध्यम से करना सुनिश्चित करें ताकि अधिक से अधिक लोगों को योजनाओं का लाभ मिल सकें। उन्होने कहा कि महिला बाल विकास विभाग एक ऐसा विभाग है जो महिलाओं व बच्चों को सीधे तौर पर सरकारी योजनाओं का लाभ पहंुचा सकती है। उन्होने कहा कि योजनाओं को धरातल पर उतारे व जरूरतमंद को योजना का लाभ पहुंचाये। उन्होने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढाओं के तहत कैरियर काउसलिंग कार्यक्रम, आत्म सुरक्षा शिविर का आयोजन करें।
जिला कार्यक्रम अधिकारी उदय प्रताप सिंह ने अवगत कराया कि जनपद में 2191 आंगनबाड़ी केन्द्र व 196 मिनी आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित है। उन्होने बताया कि जनपद में आंगनबाड़ी केन्द्र में 6 माह से 03 वर्ष तक के 98233 बच्चें, 03 वर्ष से 06 वर्ष तक के 53292 बच्चे, 21057 गर्भवती महिलाये, 17962 धात्री महिलायें 7195 किशोरी पंजीकृत है। उन्होने बताया कि माह जुलाई 2021 तक जनपद में 3840 कुपोषित, 276 अतिकुपोषित बच्चे व कुपोषित/अतिकुपोषित से सामान्य श्रेणी में 17 बच्चे आये है। उन्होने बताया कि नन्दा गौरा योजना के अन्तर्गत बालिकाओ के जन्म पर 11 हजार रूपये की धनराशि, कक्षा 12 उत्तीर्ण करने पर 51 हजार रूपये दिये जाते है जिसमे वित्तीय वर्ष 2020-21 में 6895 बालिकाओं को लाभान्वित किया गया। मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना के अन्तर्गत 3933 के सापेक्ष 1510 किटो का वितरण किया गया है। उन्होने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुपोषित/अतिकुपोषित बच्चों को 5108 स्वच्छता किट वितरित किये गये है। स्पर्श सेनेटरी नेपकीन 290708 का वितरण किया गया है। सखी वन स्टाॅप सेन्टर में दिसम्बर 2017 से 31 जुलाई 2021 तक 809 केस पंजीकृत किये गये जिसमे से 712 केस निस्तारित किये गये व 97 केस प्रक्रियारता है व 766 को परामर्श, 134 कानूनी, 26 को चिकित्सा सुविधा एवं 73 पुलिस सहायता व 77 को आश्रय की सुविधा प्रदान की गयी।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगई सहित जनपद की बाल विकास परियोजना अधिकारी उपस्थित थी।
————————–