मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में कृषि अवसंरचना निधि योजना की कार्यशाला आयोजित की गई

रूद्रपुर 21 अगस्त,2021- मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में कृषि अवसंरचना निधि योजना की कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सभी विभागीय अधिकारियों को योजना में प्र्रगति लाये जाने के निर्देश दिये गये। उन्होने कहा कि जिन सी0एल0एफ0 एवं अन्य उद्यमियों द्वारा जिन परियोजना में रूचि प्रदर्शित की गयी है,उन सभी के प्रोजक्ट 01 सप्ताह के अन्तर्गत पोर्टल पर अपलोड करा दिये जायें। उन्होने योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये गये तथा अन्य उद्यमियांे, व प्रगतिशील समूहों को अधिक से अधिक संख्या योजना के बारे में बताते हुए उनको लाभ प्रदान कराये जाने के भी निर्देश दिये ।
कार्यशाला में मुख्य कृषि अधिकारी डाॅ अभय सक्सेना द्वारा प्रस्तुतिकरण के माध्यम से योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए अवगत कराया गया कि यह योजना पूर्ण रूप से बैंक आधारित है, जिसमें रू0 2.00 करोड अधिकतम धनराशि का ऋण किसी भी बैंक से प्राप्त किया जा सकता है, तथा न्यूनतम ऋण की कोई सीमा नही है। अतः कोई भी कृषक या उद्यमी अपनी छोटी-छोटी परियोजना पर लाभ प्राप्त कर सकता है। ऋण प्राप्त करने हेतु ूूूण्ंहतपपदतिंण्कंबण्हवअण्पद पोर्टल के माध्यम से अपनी परियोजना अपलोड करने होंगे, जिस हेतु कृषि,उद्यान,सहकारिता विभाग का सहयोग भी प्राप्त किया जा सकता है, जिसमें 03 प्रतिशत की छूट प्राप्त होगी साथ ही निर्गत ऋण पर क्रेडिट गारन्टी भी उपलब्ध है। उन्होने कहा कि योजनान्तर्गत पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट के अन्तर्गत भण्डार गृह, पैक हाउस, आसायिंग यूनिट, स्टोरेज एवं ग्रेडिंग यूनिट, प्राइमरी प्रोसेसिंग चैम्बर, स्मार्ट कृषि हेतु बुनियादी ढाॅचा के साथ ही राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को भी सम्मिलित किया जा सकता है। उन्होने कहा कि इस योजना के अन्तर्गत पैक्स, को-आपरेटिव सुसाइटी, एफ0पी0ओ0, एस0एच0जी0 कृषक ग्रुप, कृषि व्यवसायी, स्टार्टअप को भी लाभान्वित किया जा सकता है। योजना अन्तर्गत जिलाधिकारी महोदया की अध्यक्षता में मानिटरिंग कमेटी बनाई गयी है, जो आवेदनकर्ता के द्वारा जो भी परियोजना पोर्टल पर अपलोड की जायेगी, उसका विभिन्न विभागों से समन्व्य स्थापित कराते हुए परियोजना हेतु ऋण प्राप्त करने में सहयोग प्रदान करेगी। उन्होने कहा कि कार्यशाला में रेशम, उद्यान, मत्स्य विभाग के प्र्रगतिशील कृषकों/उद्यमियों, ग्राम्य विकास के एन0आर0एल0एम0 के अन्तर्गत सी0एल0एफ0 के प्रतिनिधियों, जिला उद्योग केन्द्र के कृषि आधारित उद्यमियों एवं दृग्ध संघ के प्रतिनिधियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया। उन्होने कहा कि कार्यशाला में उपस्थित उद्यमी /सी0एल0एफ0 के प्रतिनिधि,सहकारी समितियों द्वारा योजना लाभप्रद बताई गयी एवं सी0एल0एफ0 द्वारा कृषि यंत्रीकरण एवं गोदाम निर्माण के प्रोजक्ट पर लाभ लेने हेतु सहकारी समितियों द्वारा बडे गोदाम एवं फसल सुखाने हेतु ड्रायर व प्रोसेसिंग इकाई सहकारी समितियों में लगाने हेतु अपनी रूचि दिखाई गयी। प्र्रगतिशील उद्यमी जैसे देवांग (एसहाज फ्रोजन) द्वारा फूड प्रोसेसिंग, कपिल तलवार द्वारा विपणन एवं फूड प्रोसेसिंग, एवं उमेश चन्द्र द्वारा मिनी डेयरी/बर्मी कम्पोस्ट यूनिट लगाने पर, प्रवीण कुमार द्वारा रेशम कीट पालन पर रूचि दिखाई।
इस अवसर पर मुख्य उद्यान अधिकारी एचसी तिवारी, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द चंचल बोरा, सहायक निदेशक मत्स्य संजय कुमार छिम्वाल, सहायक निदेशक रेशम हेम आर्या एवं सहकारिता विभाग के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।
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संजय कुमार छिम्वाल जिला सूचना अधिकारी/सहायक निदेशक मत्स्य मो0-9760641111
केेएल टम्टा अपर जिला सूचना अधिकारी मो0-7055007023